आज की इस वीडियो में हम लोग बात करेंगे बच्चे का कस्टडी के बारे में कि बच्चे का कस्टडी आप कैसे ले सकते हैं यह वीडियो खास करके हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए है और पति और पत्नी दोनों के लिए है आप दोनों इसे देखिए कि आप बच्चे को कैसे ले सकते हैं। इसका क्या कानूनी प्रक्रिया है ।अधिक जानकारी के लिए यहां पर एक वीडियो भी दिया गया है। आप इस वीडियो को देख लेंगे तो आपका परेशानी खत्म हो जाएगा।
बच्चे का कस्टडी लेने उपाय
बच्चे का कस्टडी लेने के लिए आपको कुछ मुख्य बात को ध्यान में रखना होगा। जैसे यदि आपकी पत्नी आपके बच्चे को लेकर मायके गई हुई है और आप बच्चे का कस्टर्ड लेना चाहते हैं तो ऐसी परिस्थिति में पत्नी से पहले आपको केस फाइल कर देना चाहिए बच्चे का कस्टडी के लिए तब आपको कस्टडी मिल सकता है। क्योंकि कोर्ट यहां पर बच्चे का कस्टडी देते समय खास करके यह बात का ध्यान रखती है कि बच्चे का भविष्य को लेकर किसे ज्यादा चिंता है। बच्चे का भविष्य उज्जवल किसके पास हो सकता है और साथ ही साथ आपका बैकग्राउंड को भी देखा जाएगा, यानी कि आप कितना कमाते हैं? कौन काम करते हैं? यह सब बात को ध्यान में रखा जाता है। इसलिए आपको बच्चे का कस्टडी लेने में केस जल्दी फाइल कर देना चाहिए कोर्ट के अंदर, साथ ही साथ यदि बच्चे आपका कहीं भी पढ़ाई कर रहा है कोई स्कूल, संस्था में तो आपको वहां बच्चे का फीस का भुगतान करना चाहिए और उसका रसीद भी अपने पास रखना चाहिए ताकि यह साबित हो सके कि बच्चे का भविष्य के लिए आप ज्यादा चिंतित है।
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कस्टडी लेने के लिए उम्र सीमा
बच्चे का कस्टडी देने से पहले उम्र सीमा का भी गणना किया जाता है। यदि हिंदू है और बच्चे लड़का है तो उसका उम्र 5 साल पूरा हो जाना चाहिए उसके बाद ही पिता को बच्चे का कस्टडी मिल सकता है। साथ ही यदि लड़की है फिर भी 5 साल पूरा हो जाना चाहिए तभी बच्चे का कस्टडी पिता को मिल सकता है। यदि मुस्लिम है तो लड़का का उम्र 7 साल पूरा हो जाना चाहिए और लड़की का उम्र 12 साल पूरा हो जाना चाहिए इसके बाद ही पिता को कस्टडी मिल सकता है। क्योंकि इस उम्र से कम बच्चे को अपने माता की खास करके आवश्यकता पड़ती है। बिना पिता का वह बच्चा रह सकता है लेकिन अपना माता के बिना नहीं रह सकता, इसलिए खास करके इस उम्र से कम बच्चे को मां के पास ही रहना पड़ता है और पिता कस्टडी नहीं ले सकता है।
कब नहीं मिलेगा बच्चे का कस्टडी
यदि आप पिता है या फिर माता है और बच्चे का कस्टडी लेना चाहते हैं तो ऐसी परिस्थिति में कुछ खास बात को भी ध्यान में रखा जाता है। यदि आप अपना धर्म को छोड़कर कोई अन्य धर्म को अपना लिए हैं तो फिर आपको बच्चे का कस्टडी नहीं मिल सकता है। यदि आप सन्यास ले लिए हैं संन्यासी जीवन ग्रहण कर लिए हैं तो इस परिस्थिति में भी आपको बच्चे का कस्टडी नहीं दिया जाएगा। साथ ही जिसको बच्चे का कस्टडी दिया जाता है उसका क्रिमिनल बैकग्राउंड को भी बहुत बारीकी से देखा जाता है। यदि क्रिमिनल बैकग्राउंड सही नहीं है तो ऐसी परिस्थिति में भी बच्चे का कस्टडी नहीं मिल सकता है ।साथ ही साथ यदि पिता बेरोजगार है कोई काम धंधा नहीं कर रहा है और मम्मी उसका कोई अच्छा सा काम कर रही है ऐसी परिस्थिति में बच्चे का कस्टडी पिता को नहीं दिया जाता है।
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