आप कोई प्रॉपर्टी का आपस में अदला-बदली कैसे करेंगे इसी के बारे में आज हम लोग चर्चा करेंगे। यदि आप कोई जमीन बेचने वाले हैं और दूसरा व्यक्ति भी कोई जमीन बेचने वाला है तो आप दोनों आपसी सहमति से उस जमीन को अदला-बदली भी कर सकते हैं। इससे आपको फायदा यह होगा कि आपको खर्च बिल्कुल भी नहीं आएगा। यदि आप रजिस्ट्री करके अदला-बदली करते हैं तो इसमें ज्यादा आपको खर्च आता है। रजिस्ट्री करने के बाद आपका जितना कानूनी अधिकार उस प्रॉपर्टी पर होगा उतना ही कानूनी अधिकार आपको अदला-बदली करने के बाद भी होगा। इसके कुछ महत्वपूर्ण नियम है इसके बारे में सबसे पहले हम लोग बात कर लेते हैं।
जमीन अदला-बदली का नियम
यदि आप कोई जमीन अदला-बदली कर रहे हैं तो इसमें आपको कुछ महत्वपूर्ण बिंदु को याद रखना होगा। आप उपजाऊ जमीन को बंजर जमीन के साथ अदला-बदली नहीं कर सकते हैं। यानी कि यदि आपका कोई जमीन उपजाऊ जमीन है तो आप भी उस जमीन को उपजाऊ जमीन से ही अदला-बदली कर सकते हैं। साथ ही साथ आप जो जमीन से अपने जमीन को बदल रहे हैं वह दोनों का सर्कल रेट में 10 परसेंट से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आपका जमीन का कीमत ₹10,00,000 है, तो आप जो जमीन से अपना जमीन बदल रहे हैं उस जमीन का कीमत या 11 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार जिस जमीन का अदला-बदली किया जा रहा है उसका क्षेत्रफल 25% से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए। यानी कि यदि आपका एक बीघा जमीन है तो आप सवा बीघा जमीन के साथ उसे अदला-बदली कर सकते हैं। इससे ज्यादा क्षेत्रफल रहने पर अदला-बदली नहीं किया जा सकता है। यानी कि आसान शब्दों में कहा जाए तो जो जमीन को अदला बदली किया जा रहा है उसका सर्कल रेट में 10% से ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए और क्षेत्रफल में 25 परसेंट से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए।
अदला-बदली के लिए कागजात
प्रॉपर्टी अदला-बदली करने के लिए कौन-कौन सा महत्वपूर्ण कागजात होना चाहिए इसके बारे में अब बात कर लेते हैं। इसमें सबसे पहले आपके पास केवाला होना बहुत जरूरी है। आप जो प्रॉपर्टी को अदला-बदली कर रहे हैं उसका केवाला होना बहुत जरूरी है। साथ ही साथ उसका मोटेशन भी किया हुआ होना चाहिए। यदि आप मोटेशन नहीं किए हैं तो ऑनलाइन भी आवेदन देकर मोटेशन करवा सकते हैं। मोटेशन करना बहुत आसान है इसमें कोई खर्च नहीं आएगा। मोटेशन कैसे किया जाता है इस बारे में मैंने लेख लिख कर इस वेबसाईट पर प्रकाशित कर चुका हूं, आप उसे देख सकते हैं। इसके बाद आप अपना जमीन का लगान रसीद को अपडेट करवा लें। जमीन का केवाला और लगान रशीद के साथ आपको एक आवेदन अपना एसडीएम साहब के नाम से लिखना होगा। उस आवेदन का विषय होगा जमीन अदला बदली के संबंध में और इसमें दोनों व्यक्ति का सहमति भी जरूरी है। किसी प्रकार का कोई दबाव में आकर किसी से जमीन का अदला-बदली नहीं कर सकते हैं। साथ ही साथ आप जो जमीन का अदला-बदली कर रहे हैं वह आपका निजी जमीन होना बहुत जरूरी है।
अदला-बदली में खर्च
सभी कागजात प्रॉपर्टी का तैयार होने के बाद एक आवेदन के साथ दोनों व्यक्ति जिससे आप जमीन का अदला-बदली कर रहे हैं , एसडीएम साहब के कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर आवेदन देंगे। उसके बाद आपका जमीन का कागजात का पूरा पड़ताल किया जाएगा। साथ ही साथ आपका अंचल कार्यालय से आपका जमीन का भी रिकॉर्ड से आपका कागजात का मिलान किया जाएगा और मुख्य रूप से यही उसमें सत्यापित किया जाएगा कि आपने जो जमीन को अदला-बदली कर रहे हैं क्या उसका सर्कल रेट 10% या उससे ज्यादा का तो अंतर नहीं है? साथ ही साथ उसका क्षेत्रफल का भी पड़ताल किया जाएगा और कागजात का बारीकी से अध्ययन किया जाएगा। यदि सभी कागजात सही पाया जाता है तो आपके नाम से पत्र निर्गत कर दिया जाएगा। उसके बाद आप लोग उस जमीन पर अपना अधिकार सकते हैं। अब चलिए हम लोग बात कर लेते हैं खर्चा का। जमीन अदला-बदली करने कोई भी खर्च नहीं आता है। यदी समय का बात करें तो 6 महीना से साल भर तक का समय लग सकता है। इसी नियम का पालन करते हुए आप कोई घर को भी अदला-बदली कर सकते हैं। कोई मकान को अदला-बदली कर सकते हैं। कोई दुकान को अदला-बदली कर सकते हैं। सभी तरह के प्रॉपर्टी को अदला-बदली करने का यही प्रक्रिया है।
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